बहुत ही खूबसूरत लाईनें..
किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये, कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता..!
डरिये वक़्त की मार से, बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता..!
अकल कितनी भी तेज ह़ो, नसीब के बिना नही जीत सकती..
बीरबल अकलमंद होने के बावजूद, कभी बादशाह नही बन सका...!!"
"ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो, ना ही तुम अपने कंधे पर सर रखकर रो सकते हो !
एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है! इसलिये वक़्त उन्हें दो जो तुम्हे चाहते हों दिल से!
रिश्ते पैसो के मोहताज़ नहीं होते क्योकि कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर जीवन अमीर जरूर बना देते है "
आपके पास मारुति हो या बीएमडब्ल्यू - सड़क वही रहेगी | आप टाइटन पहने या रोलेक्स - समय वही रहेगा |
आपके पास मोबाइल एप्पल का हो या सेमसंग - आपको कॉल करने वाले लोग नहीं बदलेंगे |
आप इकॉनामी क्लास में सफर करें या बिज़नस में - आपका समय तो उतना ही लगेगा |
भव्य जीवन की लालसा रखने या जीने में कोई बुराई नहीं हैं, लेकिन सावधान रहे क्योंकि आवश्यकताएँ पूरी हो सकती है, तृष्णा नहीं |
एक सत्य ये भी है कि धनवानो का आधा धन तो ये जताने में चला जाता है की वे भी धनवान हैं |
कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है.... पर रोटी की साईज़ लगभग सब घर में एक जैसी ही होती है। :
👌 शानदार बात👌
बदला लेने में क्या मजा है मजा तो तब है जब तुम सामने वाले को बदल डालो..||
इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले, और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले... :
'कर्मो' से ही पहेचान होती है इंसानो की... महेंगे 'कपडे' तो,'पुतले' भी पहनते है दुकानों में !!
एक औरत थी,
जो अंधी थी,
जिसके कारण उसके बेटे को
स्कूल
में बच्चे चिढाते थे,
कि अंधी का बेटा आ गया,
हर बात पर उसे ये शब्द
सुनने
को मिलता था कि "अन्धी
का बेटा" .
इसलिए वो अपनी माँ से
चिडता था . उसे
कही भी अपने
साथ लेकर जाने में
हिचकता था
उसे नापसंद करता था..
उसकी माँ ने उसे पढ़ाया..
और उसे इस लायक बना
दिया की वो अपने पैरो
पर
खड़ा हो सके..
लेकिन जब वो बड़ा आदमी
बन
गया तो अपनी माँ को
छोड़
अलग रहने लगा..
एक दिन एक बूढी औरत
उसके घर
आई और गार्ड से बोली..
मुझे तुम्हारे साहब से
मिलना है जब गार्ड ने
अपने मालिक से
बोल तो मालिक ने कहा
कि बोल
दो मै अभी घर पर नही हूँ.
गार्ड ने जब बुढिया से
बोला कि वो अभी नही
है..
तो वो वहा से चली
गयी..!!
थोड़ी देर बाद जब लड़का
अपनी कार से
ऑफिस के लिए
जा रहा होता है..
तो देखता है कि सामने
बहुत भीड़
लगी है..
और जानने के लिए कि वहा
क्यों भीड़
लगी है वह
वहा गया तो देखा उसकी
माँ वहा मरी पड़ी थी..
उसने
देखा की उसकी मुट्ठी में
कुछ है उसने जब
मुट्ठी खोली तो देखा की
एक
लेटर जिसमे यह
लिखा था कि बेटा जब तू
छोटा था तो खेलते वक़्त
तेरी आँख में सरिया धंस
गयी थी और तू
अँधा हो गया था तो मैंने
तुम्हे
अपनी आँखे दे दी थी..
इतना पढ़ कर लड़का जोर-
जोर से
रोने लगा..
उसकी माँ उसके पास नही
आ
सकती थी..
दोस्तों वक़्त रहते ही
लोगो की वैल्यू
करना सीखो..
माँ-बाप का कर्ज हम
कभी नही चूका सकत..
हमारी प्यास का अंदाज़
भी अलग है
दोस्तों,
कभी समंदर को ठुकरा देते
है,
तो कभी आंसू तक पी जाते
है..!!!
"बैठना भाइयों के बीच,
चाहे "बैर" ही क्यों ना
हो..
और खाना माँ के हाथो
का,
चाहे "ज़हर" ही क्यों ना
हो..!!...
अगर आप अपनी माँ को
बेहद प्यार करते है तो ये
मैसज को इतना फेला ओ
जितना तुम अपनी माॅ। को
चाहतें हो
आगे share करें....😊😊
कोलगेट
नही था तो क्या भारत में
पति पत्नी साथ
नही सोते थे ?
.
- क्रिकेट
नही था तो क्या भारतीय
खेलते
ही नही थे ?
.
- वैलेनटाइन
नही था तो क्या भारतीय
प्रेम
नही करते थे ?
.
-
फेयरलवली नही थी तो क्या सब
भारतीय
नारी काली थी ?
.
- स्कर्ट
नही थी तो क्या भारत
में
लडकियां पढती नही थी ?
.
-
डिस्को नही था तो क्या भारत
में संगीत
नही था ?
.
- ओह माई गोड शब्द
नही था तो क्या भारतीय
भगवान नही मानते
थे ?
.
- लाइफ बाय लक्स
नहीं था तो भारतीय
गले सडे
रहते थे ?
.
- पैंटीन
नही था तो क्या सब गंजे
हो जाते थे ?
.
-
अंग्रेजी नही थी तो क्या भारत
में कोई
ज्ञानी नही था ?
.
.
स्वदेशी अपनाए देश बचाएे
जानिए इस्लाम केसे पैदा हुआ..
👉असल में इस्लाम कोई धर्म नहीं है .एक मजहब है..
दिनचर्या है..
👉मजहब का मतलब अपने कबीलों के
गिरोह को बढ़ाना..
👉यह बात सब जानते है कि मोहम्मदी मूलरूप से
अरब वासी है ।
👉अरब देशो में सिर्फ रेगिस्तान पाया जाता है.
वहां जंगल
नहीं है, पेड़ नहीं है. इसीलिए वहां मरने के बाद जलाने
के
लिए लकड़ी न होने के कारण ज़मीन में दफ़न कर
दिया जाता था.
👉रेगिस्तान में हरीयाली नहीं होती.. एसे में रेगिस्तान
में
हरा चटक रंग देखकर इंसान चला आता जो की सूचक
का काम करता था..
👉अरब देशो में लोग रेगिस्तान में तेज़ धुप में सफ़र करते थे,
इसीलिए वहां के लोग सिर को ढकने के लिए
टोपी 💂पहनते थे.
जिससे की लोग बीमार न पड़े.
👉अब रेगिस्तान में खेत तो नहीं थे, न फल, तो खाने के
लिए वहा अनाज नहीं होता था. इसीलिए वहा के
लोग
🐑🐃🐄🐐🐖जानवरों को काट कर खाते थे. और अपनी भूख मिटाने के
लिए इसे क़ुर्बानी का नाम दिया गया.
👉सब लोग एक ही कबिले के खानाबदोश होते थे इसलिए
आपस में भाई बहन ही निकाह कर लेते थे|
👉रेगिस्तान में मिट्टी मिलती नहीं थी मुर्ती बनाने
को इसलिए मुर्ती पुजा नहीं करते थे|
खानाबदोश थे ,
👉 एक जगह से दुसरी जगह
जाना पड़ता था इसलिए कम बर्तन रखते थे और एक
थाली नें पांच लोग खाते थे|
👉कबीले की अधिक से अधिक संख्या बढ़े इसलिए हर एक
को चार बीवी रखने की इज़ाजत दि..
🔥अब समझे इस्लाम कोई धर्म नहीं मात्र एक कबीला है..
और इसके नियम असल में इनकी दिनचर्या है|
नोट : पोस्ट पढ़के इसके बारे में सोचो.
#इस्लाम_की_सच्चाee